भूत की कहानी - An Overview

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It absolutely was like in two seconds that he gave me the title. I've been In this particular sector for twenty five many years but I have never noticed this kind of generosity prior to. ... This is actually the very first of its type. I'm grateful that Vicky headlined the movie with us for the reason that that gives us plenty of self esteem that these movies is usually made. We want to consider this franchise forward. ^

राजू ने खिलौने को देखकर आश्चर्य में डाल दी और बुजुर्ग से पूछा, “यह खिलौना रात को क्यों दिखता है और इसमें यह सुरीली ध्वनि कहाँ से आती है?

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कुछ दिनों से पहलवान रास्ते से आने जाने वाले लोगों से पूछता था की - मेरा विवाह किधर होगा ?

सोनू के पापा : क्या हुआ बेटा तुम उदास क्यूं हो ?

सोनू : बंटी मेरे दोस्त बाहर निकलो.. तुम कहां हो.. कहां हो तुम.. सोनू चीखता रहता है पर कुए से कोई भी आवाज नहीं आती.

  "तो फिर इन भूतों को माँस मछली पसंद होती है!!" मैंने आश्चर्य से कहा था!

हिंदुओं में गोमांस और मुसलमानों में पोर्क पूरी तरह प्रतिबंध‍ित है। लिहाजा सिपाहियों ने विद्रोह कर दिया। इसी विद्रोह के दौरान मेजर चार्ल्स बर्टन और उसके दो जुड़वां बेटे कोटा रेजीडेंसी में रहते थे। *** भवन के सेंट्रल हॉल में हुआ नरसंहार *** सिपाहियों ने विद्रोह की जंग छेड़ दी और ब्रिज भवन को घेर लिया। उस वक्त मेजर बर्टन की सुरक्षा में महज एक ऊंट-चालक था। सिपाहियों के गुस्से को देख मेजर के दोनों बेटे ऊपर के माले पर चले गये और चिल्ला-चिल्ला कर मदद मांगने लगे।

यह देखकर मैं सकपका गया। मेरे रौंगटे खड़े हो गये और मैं more info बस यहीं सोच रहा था कि अगर ये यहाँ है तो वहाँ नीचे कौन है?

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बेताल पच्चीसी

 अचानक से कोई मेरे ऊपर बैठ गया और जोरजोर से मेरा गला दबाने लगा। पूरा शरीर भारी!! कोई मेरे ऊपर बैठा है और गर्दन दबा रहा है!! लेकिन मैं चिल्लाने की कोशिश करूं लेकिन बोल नहीं पा रहा। बहुत डर गया था। वह अनदेखी ताकत लगातार मेरे गले को दबा रही थी। मुझे याद आया कैसे मैं भूत को बहुत कुछ कह गया। मैंने मुश्किल से उसे बोला" माफ करदे भाई , वह बच्चा डरा हुआ था , उससे हिम्मत देने के लिए तुझे बहुत कुछ कह गया!

आप सभी ने बचपन में भूतिया कहानियां , भूत वाली कहानी जरूर सुनी है। हम अपने दादा-दादी नाना-नानी को कहते थे की हमे भूत वाली कहानी सुनाओ। बचपन की वो भूत वाली कहानी, भूतिया कहानियां बहुत डरावनी तो होती थी लेकिन रोमांच से भरी भी होती थी। 

. और जो भी हुआ के पास से जाता अपनी बनाई मशीन से उनका सामान अंदर खींच लेता… 

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